- 8 दिसंबर, 2017 को वर्ष 2017 के 27वें व्यास सम्मान से हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार ममता कालिया को पुरस्कृत किए जाने की घोषणा की गई।
- के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रसिद्ध साहित्यकार विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता वाली समिति ने वर्ष 2009 में प्रकाशित इनके उपन्यास ‘दुक्खम-सुक्खम’ को पुरस्कार हेतु चयनित किया है।
- उन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा यशपाल कथा सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान और राम मनोहर लोहिया सम्मान से सम्मानित किया गया।
- उन्हें वनमाली और वाग्देवी सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
- इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं – बेघर, नरक-दर-नरक, दुक्खम-सुक्खम, सपनों की होम डिलिवरी, कल्चर वल्चर, जांच अभी जारी है, निर्मोही, बोलने वाली औरत, भविष्य का स्त्री विमर्श आदि।
- ज्ञातव्य है कि 26वां व्यास सम्मान सुरेंद्र वर्मा को उनके उपन्यास ‘काटना शमी का वृक्षः पद्मपंखुरी की धार से’ के लिए प्रदान किया गया था।
- व्यास सम्मान भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है।
- इस पुरस्कार को 1991 में के. के. बिड़ला फाउंडेशन ने प्रारंभ किया था।
- इस पुरस्कार के तहत चयनित व्यक्ति को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और 3.50 लाख रुपये प्रदान की जाती है।
- यह सम्मान किसी भारतीय नागरिक की दस वर्ष की अवधि में हिंदी में प्रकाशित रचना को दिया जाता है।
- ज्ञातव्य है कि पहला व्यास सम्मान डॉ. रामविलास शर्मा को उनके उपन्यास ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी’ (तीन खंड में प्रकाशित) के लिए दिया गया था।
संभावित प्रश्न
प्रश्न- 8 दिसंबर, 2017 को वर्ष 2017 के 27वें व्यास सम्मान से किसे पुरस्कृत किए जाने की घोषणा की गई?
(a) सुरेंद्र वर्मा (b) ममता कालिया
(c) कुंवर नारायण (d) केदार नाथ सिंह
उत्तर – (b)