- देश में पशुधन गणना वर्ष 1919-20 से ही समय-समय पर की जाती रही है।
- पशुधन गणना में सभी पालतू जानवरों और उनकी संख्या को शामिल किया जाता है।
- अब तक राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन की भागीदारी से इस तरह की 19 गणनाएं आयोजित की गई हैं।
- 20वीं पशुधन गणना सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से आयोजित की गई।
- यह गणना ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में की गई।
- पशुओं (मवेशी, भैंस, मिथुन, याक, भेड़, बकरी, सुअर, घोड़ा, टट्टू, खच्चर, गधा ऊंट, कुत्ता, खरगोश और हाथी) के विभिन्न नस्लों और घरों, घरेलू उद्यमों/गैर-घरेलू उद्यमों और संस्थानों में मौजूद पोल्ट्री पक्षियों (मुर्गी, बतख, एमु, टर्की, बटेर और अन्य पोल्ट्री पक्षियों) की गणना संबंधित स्थलों पर ही की गई है।
- 20वीं पशुधन गणना के तहत टैबलेट कंप्यूटरों के जरिये डेटा संग्रह पर विशेष बल दिया गया है।
- मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 16 अक्टूबर, 2019 को 20वीं पशुधन गणना रिपोर्ट जारी कर दी है।
- 20वीं पशुधन गणना के महत्वपूर्ण निष्कर्ष निम्नलिखित हैं :
- देश में कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है जो पशुधन गणना- 2012 की तुलना में 4.6 प्रतिशत अधिक है।
- कुल गोजातीय आबादी (मवेशी, भैंस, मिथुन एवं याक) वर्ष 2019 में 302.79 मिलियन आंकी गई जो पिछली गणना की तुलना में लगभग 1 प्रतिशत अधिक है।
- देश में मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में 192.49 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 0.8 प्रतिशत ज्यादा है।
- मादा मवेशी (गायों की कुल संख्या) 145.12 मिलियन आंकी गई है जो पिछली गणना (2012) की तुलना में 18.0 प्रतिशत अधिक है।
- विदेशी/संकर नस्ल और स्वदेशी/अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या देश में क्रमश: 50.42 मिलियन और 142.11 मिलियन है।
- स्वदेशी/अवर्गीय मादा मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में पिछली गणना की तुलना में 10 प्रतिशत बढ़ गई है।
- विदेशी/संकर नस्ल वाली मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में पिछली गणना की तुलना में 26.9 प्रतिशत बढ़ गई है।
- स्वदेशी/अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या पिछली गणना की तुलना में 6 प्रतिशत कम हो गई है। हालांकि, 2012-2019 के दौरान स्वदेशी/अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या में कमी की गति 2007-12 के लगभग 9 प्रतिशत की तुलना में अपेक्षाकृत काफी कम है।
- देश में भैंसों की कुल संख्या 109.85 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में लगभग 1.0 प्रतिशत अधिक है।
- गायों और भैंसों में कुल दुधारू पशुओं की संख्या 125.34 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 6.0 प्रतिशत अधिक है।
- देश में भेड़ की कुल संख्या वर्ष 2019 में 74.26 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 14.1 प्रतिशत ज्यादा है।
- देश में बकरी की कुल संख्या वर्ष 2019 में 148.88 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 10.1 प्रतिशत अधिक है।
- वर्तमान गणना में देश में सुअर की कुल संख्या 9.06 मिलियन आंकी गई है जो पिछली गणना की तुलना में 12.03 प्रतिशत कम है।
- मिथुन, याक, घोड़े, टट्टू, खच्चर, गधे, ऊंट सहित अन्य पशुधन आपस में मिलकर कुल पशुधन में लगभग 0.23 प्रतिशत का योगदान करते हैं और उनकी कुल संख्या 1.24 मिलियन है।
- देश में कुल पोल्ट्री संख्या वर्ष 2019 में 851.81 मिलियन आंकी गई है जो 16.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
- देश में घरों के आंगन में पोल्ट्री की कुल संख्या 317.07 मिलियन आंकी गई है जो पिछली गणना की तुलना में लगभग 46 प्रतिशत ज्यादा है।
- देश में वाणिज्यिक पोल्ट्री की कुल संख्या 534.74 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 4.5 प्रतिशत अधिक है।
- 20वीं पशुधन गणना में मवेशी 35.94 प्रतिशत, बकरी 27.80 प्रतिशत, भैंस 20.45 प्रतिशत, भेड़ 13.87 प्रतिशत और सुअर 1.69 प्रतिशत है।
पशुधन संख्या – प्रमुख प्रजातियां |
वर्ग संख्या(2012) संख्या(2019) %वृद्धि (मिलियन में) (मिलियन में) |
मवेशी 190.90 192.49 0.83 भैंस 108.70 109.85 1.06 भेड़ 65.07 74.26 14.13 बकरी 135.27 148.88 10.14 सुअर 10.29 9.06 -12.03 मिथुन 0.30 0.38 26.66 याक 0.08 0.06 -25.00 घोड़ा और टट्टू 0.63 0.34 -45.58 खच्चर 0.20 0.08 -57.09 गधा 0.32 0.12 -61.23 ऊंट 0.40 0.25 -37.05 कुल पशुधन 512.06 535.78 4.63 |
प्रमुख राज्यों की 2012 और 2019 में पशुधन संख्या |
राज्य संख्या(2012) संख्या(2019) %परिवर्तन (मिलियन में) (मिलियन में) |
उत्तर प्रदेश 68.7 67.8 -1.35 राजस्थान 57.7 56.8 -1.66 मध्य प्रदेश 36.3 40.6 11.81 पश्चिम बंगाल 30.3 37.4 23.32 बिहार 32.9 36.5 10.67 आंध्र प्रदेश 29.4 34.0 15.79 महाराष्ट्र 32.5 33.0 1.61 तेलंगाना 26.7 32.6 22.21 कर्नाटक 27.7 29.0 4.70 गुजरात 27.1 26.9 -0.95 |