- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवंबर, 2017 को 15वें वित्त आयोग के गठन को मंजूरी प्रदान की।
- 15वें वित्त आयोग का कार्यकाल 2020-25 तक होगा।
- संविधान के अनुच्छेद 280 (1) के अंतर्गत यह प्रावधान है कि संविधान के प्रारंभ से दो वर्ष के भीतर और उसके बाद प्रत्येक पाँच वर्ष की समाप्ति पर या पहले इस समय पर, जिसे राष्ट्रपति आवश्यक समझते हैं, एक वित्त आयोग का गठन किया जाएगा।
- अभी तक 14 वित्त आयोगों का गठन किया जा चुका है।
- 14वें वित्त आयोग का गठन 2 जनवरी, 2013 को किया गया था। इसके अध्यक्ष वाई.वी. रेड्डी थे।
- 14वें वित्त आयोग ने 15 दिसंबर, 2014 को अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था।
- 14वें वित्त आयोग की सिफारिशें वित्तीय वर्ष 2019-20 तक के लिए वैध है।
- ज्ञातव्य है कि प्रथम वित्त आयोग के अध्यक्ष के.सी. नियोगी थे।
- ध्यातव्य है कि 27 नवम्बर, 2017 को 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष योजना आयोग के पूर्व सदस्य एन के सिंह को नियुक्त किया गया है।
- केंद्र सरकार के पूर्व सचिव शशिकांत दास और जार्जटॉउन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डॉ. अनूप सिंह आयोग के अन्य सदस्य होंगे।
- बंधन बैंक के अध्यक्ष(गैर-अधिशासी,अंशकालिक) डॉ. अशोक लाहिडी और नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश चंद्र आयोग के अशंकालिक सदस्य तथा अरविंद मेहता आयोग के सचिव होंगे।
संभावित प्रश्न
प्रश्न:- 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष किसे नियुक्त किया गया है?
(a) शशिकांत दास (b) एन के सिंह
(c) अरविंद मेहता (d) डॉ. अशोक लाहिडी
उत्तर- (b)