
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 अक्टूबर, 2017 को घोघा से दहेज के बीच रो-रो (रोल ऑन, रोल ऑफ) फेरी सेवा के पहले चरण का उद्घाटन किया।
- इस फेरी सेवा से सौराष्ट्र में घोघा और दक्षिण गुजरात में दहेज के बीच यात्रा समय करीब सात या आठ घंटे से घटकर करीब एक घंटा रह जाएगा।
- इससे इनके बीच की दूरी 360 किमी. से घटकर 31 किमी. रह जाएगी।
- 615 करोड़ रुपये की यह योजना प्रधानमंत्री मोदी की गुजरात के लिए सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है।
- प्रधानमंत्री ने घोघा से दहेज के बीच इसकी पहली सेवा में यात्रा की।
- प्रधानमंत्री मोदी ने अभी इसके पहले चरण का उद्घाटन किया है। दूसरा चरण जनवरी, 2018 में शुरू होगा।
- भारत में आज भी सड़क परिवहन का हिस्सा 55 प्रतिशत है जबकि रेलवे माल ढुलाई का 35 प्रतिशत वहन करती है।
- जलमार्ग यातायात का सबसे सस्ता माध्यम होने के बावजूद इससे केवल 5-6 प्रतिशत परिवहन होता है जबकि अन्य देशों में जलमार्गों और तटीय परिवहन की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत से ज्यादा है।
- देश की अर्थव्यवस्था पर लॉजिस्टिक का बोझ 18 प्रतिशत तक है। यानी सामान को देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक ले जाने पर दूसरे देशों की अपेक्षा हमारे देश में खर्च ज्यादा होता है। इस प्रकार वस्तुओं की कीमतें ट्रांसपोर्ट के कारण महंगी हो जाती है।
- जल परिवहन को बढ़ावा देकर हम लॉजिस्टिक की लागत को लगभग आधा कर सकते हैं और ऐसा करने के लिए हमारे पास साधन, संसाधन, सुविधाएं और सामर्थ्य, सब कुछ मौजूद है।
संभावित प्रश्न
प्रश्न:- 22 अक्टूबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसके बीच रो-रो (रोल ऑन, रोल ऑफ) फेरी सेवा के पहले चरण का उद्घाटन किया?
(a) घोघा से दहेज (b) कांगड़ा से मुंबई
(c) कोचीन से मंगलौर (d) मुंबई से कोचीन
उत्तर- (a)